2019-12-07
राजकीय महाविद्यालय ऊधमपुर में 7 दिसंबर 2019 को हिन्दी साहित्य मंडल की और से एक काव्य पाठ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह डा. आदर्श जी की अध्यक्षता में हुआ। इस प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि राजकीय महाविद्यालय के प्राचार्य डा. नूतन कुमार रसूत्रा थे। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। उसके बाद सभी वरिष्ठ सदस्यों ने अपना- अपना स्थान ग्रहण किया और हिन्दी साहित्य मंडल की प्रधान डा. चंचल डोगरा जी ने आए हुए अतिथियों का औपचारिक स्वागत किया। इसमें निर्णायक मंडल की भूमिका प्रो. किरण बख्शी, प्रो. गोपाल शर्मा ने निभाई। इस कार्यकम की संचालक हिन्दी साहित्य मंडल की श्रीमती उमा और राजकीय महाविद्यालय की नेहा जम्वाल रही। इस प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय उधमपुर, राजकीय महिला कॉलेज उधमपुर, राजकीय महाविद्यालय मजालता, राजकीय महाविद्यालय नीली नाला, भास्कर डिग्री कॉलेज उधमपुर, भारतीय कॉलेज ऑफ एजुकेशन, शिवालिक कॉलेज ऑफ एजुकेशन उधमपुर आदि के प्रतिभागियों ने भाग लिया। प्रतिभागियों ने अपनी सुंदर कविताएं बोलकर सभी क़ो मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के अध्यक्ष डा. आदर्श ने हिन्दी भाषा के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि इस तरह की साहित्यिक प्रतियोगिताएँ समस्त भारत में होनी चाहिए ताकि बच्चों की छिपी हुई प्रतिभा सामने आए और साहित्यिक गतिविधियों को बढ़ावा मिले।अंत में उन्होंने अपनी कविता की सुंदर पंक्तियां पढ़कर अपनी वाणी को विराम दिया। मुख्य अतिथि, प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय,डॉ. नूतन कुमार रसूत्रा, हिन्दी साहित्य मंडल की प्रधान डा. चंचल डोगरा, इस कार्यकम के अध्यक्ष, और अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान महिला कॉलेज उधमपुर की जाह्नवी को, द्वितीय स्थान भारतीय कॉलेज ऑफ एजुकेशन की सुगंधी, और तृतीय स्थान शिवालिक कॉलेज ऑफ एजुकेशन की शारदा को प्राप्त हुआ। दो प्रोत्साहन पुरस्कार नीली नाला की ईशा शर्मा और शिवालिक कॉलेज की प्रियंका को मिले। इसके पश्चात मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. नूतन कुमार रसूत्रा जी ने हिन्दी साहित्य मंडल प्रधान डा. चंचल डोगरा जी को इस सफल कार्यक्रम के लिए बधाई दी। अंत में हिन्दी साहित्य मंडल के मुख्य सचिव जी ने आये हुए अतिथियों और सभी महानुभावों का धन्यवाद किया और आशा जताई कि भविष्य में भी सबके सहयोग से इस तरह के सफल कार्यक्रम होते रहेंगे। इस कार्यक्रम को सुचारु रूप से चलाने के लिये हिन्दी विभाग की सहायक प्राध्यापक पूजा धीमान व सभी प्राध्यापकों का सहयोग रहा। प्राचार्य